चौपाई: बरुन कुबेर सुरेस समीरा। रन सन्मुखधरि काहु न धीरा॥ प्रसंग: यह प्रसंग लंका कांड से लिया गया है ।इसमें रावण वध पर उनकी पत्नी मंदोदरी विलाप कर रही है। अर्थ:- कार्य पूरा होने मे संदेह हैअत... Read more
Srirudram – Namakam (Chapter 16 of Yajur-Veda) Anuvaka 1 Om namo bhagavate rudraya Namaste rudramanyavautota ishhave namah Namaste astu dhanvane bahubhyamuta te namah Oh! Rudra Deva! M... Read more
oṃ athātmānagṃ śivātmānag śrī rudrarūpaṃ dhyāyet || śuddhasphaṭika saṅkāśaṃ trinetraṃ pañca vaktrakam | gaṅgādharaṃ daśabhujaṃ sarvābharaṇa bhūṣitam || nīlagrīvaṃ śaśāṅkāṅkaṃ nāga yaṅñopa vī... Read more
People worship lord Shiva in the Shivalinga form. There are various materials with which Shiva linga is made and worshiped and the results are said to be different. The following are the 32... Read more
चौपाई: गरल सुधा रिपु करहिं मिताई। गोपद सिंधु अनल सितलाई॥ प्रसंग: यह प्रसंग सुन्दरकाण्ड मे हनुमान जी के लंका मे प्रवेश के समय का है। अर्थ:- इसका अर्थ है की ईश्वर का स्मरण करते हुए अविलम्ब कार... Read more
चौपाई: मुद मंगलमय संत समाजू। जो जग जंगम तीरथ राजू॥ प्रसंग: यह प्रसंग बालकाण्ड से है जिसमें संतो के सत्संग का महत्व बताया गया है। अर्थ:- इसका अर्थ यह है कि कार्य उत्तम है उसे प्रभु का नाम लेक... Read more
चौपाई: प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदय राखि कोसलपुर राजा॥ प्रसंग: यह प्रसंग सुन्दरकाण्ड मे हनुमान जी के लंका मे प्रवेश करने के समय का है। अर्थ:- इसका अर्थ यह है कि भगवान का नाम लेते हुये कार्... Read more
चौपाई: सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजहि मन कामना तुम्हारी॥ प्रसंग: यह चौपाई बालकाण्ड से ली गयी है इसमें सीता जी को गौरी जी आशिर्वाद दे रही है की उनकी मनोकामना पूर्ण हो जाये। अर्थ:- आपका प्रश्... Read more
चौपाई: उघरहिं अंत न होइ निबाहू। कालनेमि जिमि रावन राहू॥प्रसंग: यह प्रसंग बालकाण्ड के आरम्भ का है जिसमें सज्जनों की संगति करने की सीख दी गयी है। अर्थ:- यह कार्य त्याग ही दें क्योंकि इस कार्य... Read more
चौपाई: प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदय राखि कोसलपुर राजा॥ प्रसंग: यह प्रसंग सुन्दरकाण्ड मे हनुमान जी के लंका मे प्रवेश करने के समय का है। अर्थ:- इसका अर्थ यह है कि भगवान का नाम लेते हुये कार्... Read more
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